मैथिली के प्रसिद्ध कवि-कथाकार महाप्रकाश का जन्म 1948 में सहरसा जिला के बनगाँव महिषी में हुआ। नेहरू युग से मोहभंग के दौर में कविता लेखन की शुरुआत करनेवाले महाप्रकाश उस समय अपने ग्रामीण व प्रिय कवि राजकमल चौधरी के काफी करीब थे। कविता संभवा और संग समय के मैथिली कविता संग्रहों के अलावा उनकी दो दर्जन से अधिक कहानियाँ मैथिली की पत्र-पत्रिकाओं में बिखरी पड़ी हैं। उन्होंने मैथिली के शीर्षस्थ उपन्यासकार ललित के उपन्यास पृथ्वीपुत्र का हिंदी अनुवाद भी किया था जो पिछली शताब्दी के अंतिम दशक में विपक्ष पत्रिका में छपा था।
18 जनवरी 2013 को दिल्ली में उनका निधन हुआ।